डकार न कराने के नुकसान: शिशु में पैठ दर्द और बेचैनी के मुख्य कारण

डकार न कराने के नुकसान: शिशु में पैठ दर्द और बेचैनी के मुख्य कारण

1. डकार न दिलाने का महत्व भारतीय परिप्रेक्ष्य मेंभारतीय संस्कृति में शिशु की देखभाल एक गहरी पारिवारिक और सामाजिक जिम्मेदारी मानी जाती है। खासकर नवजात या छोटे बच्चों के लिए…
भारतीय परंपरा में नवजात शिशु के लिए तावीज़ और सुरक्षा संकेत

भारतीय परंपरा में नवजात शिशु के लिए तावीज़ और सुरक्षा संकेत

1. भारतीय परंपरा में नवजात शिशु की सुरक्षा का महत्त्वभारतीय संस्कृति में नवजात शिशु को जीवन का सबसे पवित्र और संवेदनशील उपहार माना जाता है। पारंपरिक मान्यताओं के अनुसार, शिशु…
भारतीय संस्कृति और जीवनशैली अनुसार पोर्टेबल घुमक्कड़ क्यों जरूरी है?

भारतीय संस्कृति और जीवनशैली अनुसार पोर्टेबल घुमक्कड़ क्यों जरूरी है?

भारतीय परिवार और यात्रा संस्कृतिभारत एक विविधता से भरा देश है जहाँ पारिवारिक मूल्यों को अत्यंत महत्व दिया जाता है। यहाँ की संस्कृति में सामूहिक यात्रा की परंपरा सदियों से…
गोद में लेने के समय नवजात के कपड़ों और चादर का महत्व

गोद में लेने के समय नवजात के कपड़ों और चादर का महत्व

नवजात को गोद में लेने का पहला अनुभवजब एक नवजात शिशु पहली बार माता-पिता की गोद में आता है, तो वह पल जीवन भर के लिए यादगार बन जाता है।…
पूर्व समय प्रसव की समस्याएँ: रोकथाम और समाधान

पूर्व समय प्रसव की समस्याएँ: रोकथाम और समाधान

1. पूर्व समय प्रसव का परिचयजब एक शिशु गर्भावस्था के 37 सप्ताह पूरे होने से पहले ही जन्म लेता है, तो इसे पूर्व समय प्रसव या प्रीमैच्योर डिलीवरी कहा जाता…
गर्भावस्था के दौरान दवाओं का प्रबंधन: भारतीय संदर्भ

गर्भावस्था के दौरान दवाओं का प्रबंधन: भारतीय संदर्भ

गर्भावस्था में दवाओं का महत्व और आवश्यकताभारतीय समाज में गर्भावस्था एक अत्यंत महत्वपूर्ण और भावनात्मक समय होता है। इस दौरान महिलाओं के शरीर में कई जैविक परिवर्तन होते हैं, जिससे…
संकेत और प्रतिक्रियाएं: इस उम्र में शिशु किस तरह संवाद करता है

संकेत और प्रतिक्रियाएं: इस उम्र में शिशु किस तरह संवाद करता है

शिशु के शुरुआती संकेत: पहला संवादभारत में, शिशु का जन्म होते ही परिवार में एक नई ऊर्जा आ जाती है। जन्म के तुरंत बाद से ही शिशु अपने शरीर की…
नवजात शिशु की नाभि पर हल्दी और नारियल तेल का परंपरागत उपयोग: लाभ और सतर्कताएँ

नवजात शिशु की नाभि पर हल्दी और नारियल तेल का परंपरागत उपयोग: लाभ और सतर्कताएँ

1. परिचय: नवजात शिशु की नाभि देखभाल में पारंपरिक उपायों का महत्वभारतीय संस्कृति में नवजात शिशु की देखभाल को अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है, और इसमें पारंपरिक उपायों की विशेष…
भारतीय बुज़ुर्ग माता-पिता की मानसिक थकान: देखभाल और उपाय

भारतीय बुज़ुर्ग माता-पिता की मानसिक थकान: देखभाल और उपाय

भारतीय समाज में बुज़ुर्ग माता-पिता की भूमिकाभारतीय संस्कृति में बुज़ुर्ग माता-पिता को परिवार का आधार स्तंभ माना जाता है। वे केवल अनुभव और ज्ञान के स्रोत ही नहीं, बल्कि पारिवारिक…
संवेदी अनुभव: स्पर्श, स्वाद, गंध और दृष्टि का विकास

संवेदी अनुभव: स्पर्श, स्वाद, गंध और दृष्टि का विकास

1. परिचय: संवेदनशीलता और बचपन का महत्वसंवेदी अनुभव – यानी स्पर्श, स्वाद, गंध और दृष्टि – हर बच्चे के प्रारंभिक विकास में बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। भारतीय पारिवारिक जीवन…