बच्चों में खिलौनों के साथ सुरक्षित खेलने की आदतें कैसे विकसित करें

बच्चों में खिलौनों के साथ सुरक्षित खेलने की आदतें कैसे विकसित करें

1. परिवार में खिलौनों की सुरक्षा को प्राथमिकता क्यों देंभारत में बच्चों के लिए खेलना केवल मनोरंजन का साधन नहीं है, बल्कि यह उनके शारीरिक, मानसिक और सामाजिक विकास का…
सामान्य और सिजेरियन डिलीवरी के मानसिक और भावनात्मक पहलू

सामान्य और सिजेरियन डिलीवरी के मानसिक और भावनात्मक पहलू

प्रसव (डिलीवरी) के प्रकार और भारतीय संस्कृति में उनका महत्वभारत में प्रसव, यानी बच्चे का जन्म, न सिर्फ एक जैविक प्रक्रिया है बल्कि यह परिवार और समाज के लिए एक…
माँ और बच्चे के बीच बंधनः कंगारू केयर और त्वचा से त्वचा संपर्क की भूमिका

माँ और बच्चे के बीच बंधनः कंगारू केयर और त्वचा से त्वचा संपर्क की भूमिका

1. परिचय: माँ-बच्चे के बंधन का महत्वभारतीय समाज में माँ और शिशु के संबंध को अत्यंत पवित्र और गहरा माना जाता है। यह संबंध न केवल भावनात्मक स्तर पर बल्कि…
संकेत और प्रतिक्रियाएं: इस उम्र में शिशु किस तरह संवाद करता है

संकेत और प्रतिक्रियाएं: इस उम्र में शिशु किस तरह संवाद करता है

शिशु के शुरुआती संकेत: पहला संवादभारत में, शिशु का जन्म होते ही परिवार में एक नई ऊर्जा आ जाती है। जन्म के तुरंत बाद से ही शिशु अपने शरीर की…
शिशु के पहले शब्दों की सूची: अभ्यास के लिए सुझाव

शिशु के पहले शब्दों की सूची: अभ्यास के लिए सुझाव

1. शिशु के पहले शब्दों का महत्वभारतीय परिवारों में शिशु के पहले शब्दों का सांस्कृतिक और भावनात्मक महत्व अत्यंत गहरा होता है। जब कोई बच्चा पहली बार "माँ", "पापा" या…
नामकरण संस्कार में महिलाएं: माँ और दादी की भूमिका

नामकरण संस्कार में महिलाएं: माँ और दादी की भूमिका

1. परिचयभारतीय संस्कृति में नामकरण संस्कार का अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान है। यह केवल एक धार्मिक अनुष्ठान ही नहीं, बल्कि परिवार की परंपराओं और सामाजिक मूल्यों को संजोने वाला अवसर भी…
डायपर रैश: भारतीय बच्चों में कारण, लक्षण और घरेलू उपचार

डायपर रैश: भारतीय बच्चों में कारण, लक्षण और घरेलू उपचार

1. डायपर रैश क्या है?डायपर रैश भारतीय बच्चों में एक आम समस्या है, जिससे लगभग हर माता-पिता को अपने बच्चे की देखभाल करते समय कभी न कभी जूझना पड़ता है।…